उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में आतंकियों ने एक सेना के कैंप पर हमला बोल दिया, जिसमें एक कैप्टन और दो सैनिक शहीद हो गए। यह एक फिदायीन हमला था। ये हमला सुबह चार बजे हुआ है। इस हमले के बाद सेना द्वारा चलाए जा रहे सर्च अभियान के दौरान कुपवाड़ा के करालपुरा में सेना के काफिले पर स्थानीय लोगों ने पत्थरबाजी की।
चकेरी क्षेत्र के डिफेंस कॉलोनी निवासी आयुष एनडीए के जरिए सेना में भर्ती हुआ था। तीन वर्ष पहले आईएमए देहरादून से ट्रेनिंग करने के बाद उसे सेना में तैनाती मिली थी। करीब एक वर्ष से आयुष कश्मीर में तैनात थे। आयुष के पिता बीएल यादव यूपी पुलिस में दरोगा हैं और चित्रकूट में तैनात हैं। घर में मां और एक छोटी बेटी है।
आयुष अपने परिवार का इकलौता बेटा था। बेटे के शहादत की सूचना मिलते ही कोहराम मच गया। डिफेंस कॉलोनी निवासी ही नहीं चकेरी क्षेत्र के सैकड़ों लोग पीड़ित परिवार को ढांढस बंधाने पहुंच गए।
फिदायीन हमला: कुपवाड़ा में मेजर समेत तीन जवान शहीद, दो आतंकी ढेर