वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने शुक्रवार को पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) को पत्र लिखकर कांग्रेस (Congress) से इस्तीफा दिया है. उन्होंने इस्तीफा देते हुए कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की आलोचना की. 73 वर्षीय नबी आजाद ने आज सोनिया गांधी को लिखे पत्र में कहा कि अध्यादेश फाड़ना राहुल गांधी पर बचकाना व्यवहार बड़ी अपरिपक्वता थी. साथ ही आजाद ने कहा कि उन्होंने अनुभवहीन चापलूसों की मंडली को पार्टी को चलाने दिया गया. अब राहुल गांधी के पीए और सुरक्षाकर्मी फैसला लेते हैं. गुलाम नबी आजाद ने सोनिया गांधी को अपने त्याग पत्र में कहा कि, "दुर्भाग्य से राहुल गांधी के राजनीति में प्रवेश के बाद और विशेष रूप से जनवरी 2013 के बाद जब उन्हें आपने वीपी के रूप में नियुक्त किया, तो उनके द्वारा पहले से मौजूद पूरे परामर्श तंत्र को ध्वस्त कर दिया गया." नबी आजाद ने बाद में जम्मू में एक भाषण के दौरान पीएम मोदी (PM Modi) की प्रशंसा की था और कहा था कि वह शीर्ष पद हासिल करने के बाद भी अपनी जड़ों को नहीं भूले हैं.